۲۹ شهریور ۱۴۰۳ |۱۵ ربیع‌الاول ۱۴۴۶ | Sep 19, 2024
बॉयकॉट

हौज़ा/इंडोनेशिया की जनता ने इस देश के उलेमा काउंसिल के फतवे का समर्थन किया और ज़ायोनी शासन के उत्पादों का बहिष्कार करने का ऐलान किया हैं।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,अलजजीरा के अनुसार इंडोनेशिया के लोगों ने अक्टूबर के मध्य में मैकडॉनल्ड्स का बहिष्कार करना शुरू कर दिया जब इंस्टाग्राम पर इजरायली मैकडॉनल्ड्स की शाखाओं ने इजरायली कब्जे वाली ताकतों का समर्थन किया और घोषणा किया कि वे इस शासन के सैनिकों को मुफ्त भोजन प्रदान करेंगें,

इस घोषणा ने बॉयकॉट एंड सेंक्शंस मूवमेंट बीडीएस, पीपुल्स यूनाइटेड फ्रंट एफयूबी और इस्लामिक डिफेंडर्स फ्रंट (एफपीआई) सहित कई इंडोनेशियाई संगठनों को मैकडॉनल्ड्स और स्टारबक्स और बर्गर किंग सहित अन्य यहूदीसमर्थक व्यवसायों के बहिष्कार का आह्वान करने के लिए प्रेरित किया।

यह प्रतिबंध तब लगा है जब राष्ट्रीय खाद्य कंपनी पीटी रेक्सो के स्वामित्व वाली मैकडॉनल्ड्स इंडोनेशिया ने पिछले हफ्ते घोषणा की थी कि उसने फिलिस्तीनियों का समर्थन करने के लिए मानवीय सहायता में 1.5 बिलियन इंडोनेशियाई रुपये ($ 96,000) का दान दिया था।

इंडोनेशिया में एक मानवीय संगठन के निदेशकों में से एक, Ad एंड्रियन, महीने में कम से कम एक बार अपने परिवार के साथ मैकडॉनल्ड्स में खरीदारी करते थे।

एंड्रियन ने अलजज़ीरा को बताया मेरा पसंदीदा ऑर्डर पारिवारिक भोजन था या अगर मैं गाड़ी चलाने जा रहा होता, तो मैं हमेशा आइसक्रीम का ऑर्डर देता था।

लेकिन पिछले महीने से पूरे इंडोनेशिया में मैकडॉनल्ड्स और ज़ायोनी शासन के अन्य उत्पादों के बहिष्कार के आह्वान के जवाब में, उन्होंने इस रेस्तरां से खरीदारी पर प्रतिबंध लगा दिया।

उन्होंने कहा जब से हमें पता चला है कि इजराइल का मैकडॉनल्ड्स इस शासन की सेना की मदद कर रहा है, मैं अब मैकडॉनल्ड्स नहीं गया हूं।
इंडोनेशिया, दुनिया का सबसे अधिक आबादी वाला मुस्लिम देश लंबे समय से फिलिस्तीनी मुद्दे के प्रति सहानुभूति रखता रहा है और ज़ायोनी शासन का देश में कोई दूतावास नहीं है।

पिछले हफ्ते इंडोनेशिया की सर्वोच्च इस्लामी संस्था काउंसिल ऑफ इंडोनेशियाई उलेमा एमयूआई ने एक फतवा जारी कर फिलिस्तीन के खिलाफ ज़ायोनी शासन की आक्रामकता का समर्थन करना या प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से ज़ायोनी शासन का समर्थन करने वाले दलों के साथ बातचीत करना को हराम घोषित किया।

इंडोनेशियाई उलेमा काउंसिल, जिसे संक्षेप में एमयूआई कहा जाता है, में फतवा विभाग के प्रमुख असररुन नियाम शालेह ने शुक्रवार को यह फतवा जारी किया। नियाम ने कहा यह परिषद मुस्लिम समुदाय को उन व्यवसायों के साथ खरीद-बिक्री जैसे लेनदेन से यथासंभव बचने की सलाह देती है जो ज़ायोनी शासन की आक्रामकता का खुले तौर पर समर्थन करते हैं।

इंडोनेशियाई लोगों के बीच लोकप्रिय सोशल मीडिया की सूची में मैकडॉनल्ड्स, केएफसी, बर्गर किंग, पिज्जा हट, कोका-कोला, पेप्सी, नेस्ले, स्टारबक्स, प्यूमा, हेवलेट-पैकार्ड, यूनिलीवर, एक्सा, सीमेंस आदि कंपनियां शामिल हैं।

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